दो बैलों की कथा पाठ का सारांश

दो बैलों की कथा पाठ का सारांश

लेखक का परिचय मुंशी प्रेंमचंद हिंदी और उर्दू साहित्य के जाने-माने लेखक है. दो बैलों की कथा भी उन्ही के द्वारा लिखी गई है. मुंशी प्रेंमचंद जी का जन्म बनारस के एक गाँव लमही में 31 जुलाई 1880 को हुआ था. इनका असली नाम धनपत राय था. 1921 में असहयोग आन्दोलन के दौरान उन्होंने सरकारी … Read more

Optimized by Optimole