भारतीय संविधान हिंदी का परिचय
सबसे पहले बात करते हैं कि संविधान होता क्या है संविधान वह कानूनी दस्तावेज है जिससे किसी भी देश के शासन को चलाया जाता है वह संविधान होता है तो यह एक छोटी सी परिभाषा है आपको वश है इसे याद रखना है क्योंकि अगर आपसे कोई पूछता है कि संविधान आखिर होता क्या है क्या चीज है संविधान तो सबसे पहले आपको इसकी परिभाषा छोटी सी याद रखनी चाहिए.
कुछ लोग संविधान को तब ही पढ़ते हैं जब उन्हें किसी प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करनी होती है तभी वह संविधान को पढ़ते हैं अन्यथा उन्हें संविधान से कोई मतलब नहीं है लेकिन अगर संविधान को अपनी मूल जिंदगी में देखा जाए तो संविधान का एक बहुत ही अहम रोल हैं इसलिए हमारे लिए संविधान की जो बेसिक जानकारी है वह बहुत ही जरूरी है तो आपको यह परिभाषा याद रखनी है
भारतीय संविधान को संविधान सभा द्वारा 26 नवंबर 1949 ई. को स्वीकार किया गया था और 26 जनवरी 1950 ई .से सम्पूर्ण संविधान को लागू किया गया जिसमें 22 भाग 395 अनुच्छेद 8 अनुसूचियां थी परंतु वर्तमान समय में 22 भाग 395 अनुच्छेद एवं 12 अनुसूचियां है.
भारतीय संविधान मे आपने लिखा देखा होगा कि 465 अनुच्छेद तो यहां पर मैं आपको बताना चाहूंगा कि अनुच्छेद तो आज भी 395 ही हैं लेकिन अनुच्छेदों के अंदर जो अनुच्छेद होते हैं जिन्हें उप-अनुच्छेद कहा जाता है इन सबको मिला लिया जाए तो 450 से ज्यादा अनुच्छेद हो चुके हैं भारतीय संविधान में और वर्तमान में 12 अनुसूचीया है ये भी आपको याद रखना है.
भारतीय संविधान के निर्माण में 2 वर्ष 11 महीने और 18 दिन का समय लगा जिसने कुल मिलाकर 63 लाख 96 हजार 729 रुपए खर्च हुए (63,96,729) कुछ लोग केहते हैं कि संविधान कॉपी है अगर संविधान कॉपी है तो 2 वर्ष 11 महीने और 18 दिन का समय नहीं लगता
भारतीय संविधान की प्रस्तावना (उद्देश्य)
प्रस्तावना कहे या प्रिएंबल कहे एक ही बात है
“हम भारत के लोग भारत को एक [संपूर्ण प्रभुत्व-संपन्न समाजवादी पंथनिरपेक्ष लोकतंत्रात्मक गणराज्य] बनाने के लिए तथा उसके समस्त नागरिकों को : सामाजिक आर्थिक और राजनीतिक न्याय विचार अभिव्यक्ति विश्वास धर्म और उपासना की स्वतंत्रता प्रतिष्ठा और अवसर की समता प्राप्त कराने के लिए तथा उन सब में व्यक्ति की गरिमा और राष्ट्र की एकता और अखंडता सुनिश्चित करनेवाली बंधुता बढ़ाने के लिए दृढ़ संकल्प होकर अपनी इस संविधान सभा में आज तारीख 26 नवंबर 1949 ई. को एतद द्वारा इस संविधान को अंगीकृत अधिनियमित और आत्मार्पित करते हैं”
इसको याद करना बहुत जरूरी है आपको यह पूरी अच्छे से याद होनी चाहिए अगर आप प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं तो क्योंकि संविधान अगर आप ना भी पढ़ पाओ तो सिर्फ यह प्रस्तावना उद्देशिका, प्रिंबल इसको अगर आपने पढ़ लिया तो यह संविधान का सार है उसे आप समझ सकते हो आसानी से तो इसी लिए इसको पढ़ना बहुत जरूरी है और इसको याद करना तो बहुत जरूरी
यह संविधान की प्रस्तावना को संविधान की कुंजी कहा गया है देखिए यह प्रश्न बहुत बार एग्जाम में पूछा गया है संविधान की कुंजी किसे कहा गया है संविधान की प्रस्तावना को कहा गया है तो यह आपको यहां पर ध्यान रखना है
PDF Name | भारतीय संविधान |
File Type: | |
Genres | Education |
Total Pages: | 403 |
Author | डॉ. बाबासाहब आम्बेडकर |
Language | हिंदी |
PDF Size: | 3.36 MB |
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