Talne ki aadat se Chutkara Paane ke 12 asan Tariqe

“काल करे सो आज कर,

आज करे सो अब।

पल में प्रलय होएगी,

बहुरि करेगा कब।।

संत कबीर दास जी का ये दोहा हमे Motivate करता है और प्रोक्रास्टिनेशन (टालमटोल) को समझाता है. इस दोहे में समझाया जा रहा है के किसी काम को टालने की आदत को छोड़कर, इंसान को Focus और Time के Importance को समझना चाहिए. ज्ञान निधि के आज के इस Article में आप पढ़ेंगे के प्रोक्रास्टिनेशन क्या है इस के Types, प्रोक्रास्टिनेशन के Root Causes और Solutions के बारे में.

प्रोक्रास्टिनेशन का आसान मतलब

किसी काम को आगे ढकेलना, टालना या delay करना.यह एक बुरी आदत है जिसमें इंसान अपने ज़रूरी कामों को भी delay करता है, जिससे काम पूरा नहीं हो पाता, ये आप की productivity को कम कर सकता है और stress को बढ़ा सकता है।

TYPES OF PROCRASTINATION: Basically Procrastinator दो types के होते है.

1)ACTIVE PROCRASTINATION: वो लोग जो जान बुझ कर Last Moment के लिए काम रखते है या टालते है, क्यू की उस काम को Last Moment पर करने में उन्हें Thrill आता है.जैसे कुछ Student जान बुझ कर सिर्फ Exam के एक दिन पेहले पढ़ते है.

2)PASSIVE PROCRASTINATION: जिनको Decision लेने में ही Problem होती है समझ नहीं आता आगे क्या करे, Actions क्या ले जिससे काम खतम हो सके.

अक्सर लोग passive Procrastinator ही होते है जिस की वजह से उनके काम वक्त पर नही हो पाते और उन्हें कई दूसरी Problems का सामना करना पड़ता है.

Decoding the 12 Factors Behind Procrastination :

आप को पता होता है की आपको ये काम करना है लेकिन आप उसका उल्टा करते हो Behavioural psychologist इस चीज़ को “form of self-regulation failure” केहते है. ये जानते हुए भी के हमे ये चीज़ करनी है नही कर पाते procrastination और laziness में यही difference होता हैं की lazy लोगो को कुछ करना ही नहीं होता, procrastination में लोगो को करना तो होता है लेकिन Start नही कर पाते.ये

कुछ बुनियादी Reasons है Procrastination के:

1. Lack of motivation: अगर किसी काम को करने के लिए motivation नही है, तब इंसान उसे टालने का मौका ढूंढता है.

2. Overwhelming feeling: जब एक साथ बोहोत सारे काम हमारे सामने हो तब हम overwhelmed मेहसूस कर सकते है इस overwhelmed feeling के चलते, हम काम करने के बजाए उसे avoid करने का फैसला कर सकते है.

3. Fear of failure: कुछ लोगो को डर होता है की उनका काम गलत हो जाएगा या वो fail हो जाएंगे इसलिए वो काम को ही टाल देते है.

4. Perfectionism: कभी-कभी हम अपने काम को इतना perfect करना चाहते है की वो उस task को start ही नहीं करते, और procrastination का शिकार हो जाते है.

5. Lack of prioritization: अगर आप अपने tasks को priority नही देते और उनको organize नहीं करते, तब आप easily procrastination में फस जाते है.

6. Distractions and Lack of focus: Social media, TV, phone, और कई सारे distractions आप को अपने काम से हटाते है.और आप अपने काम को टालने लगते है. अगर किसी इंसान की concentration power कम है या वो जल्दी distract हो जाता है तब वो काम को टाल सकता है.

7. Time management: अगर आप अपने time को manage नही करते और tasks के लिए सही वक्त नही निकालते तब आप काम को टालने की tendency बना लेते है.

8. Lack of interest: अगर आपको किसी काम मे दिलचस्पी नहीं है, तब आप उसे करने से बचने के लिए procrastination का सहारा लेते है.

9. Lack of clarity: अगर कोई task करने के लिए सही directions और clarity नही है, तब आप उसे टालने का मौका ढूंढते है.

10. Overloaded schedule: अगर आपके पास बोहोत सारे tasks और responsibilities होते है, इस वजह से आपको लगता है की आपका वक्त पूरी तरह से occupied है. इस situation में लोग काम को टालने का रास्ता ढूंढते है.

11. Lack of accountability: अगर किसी इंसान को काम करने के लिए किसी को answerable होना नही है, तो procrastination हो सकता है क्यू की accountability (जवाबदेही) का pressure नही होता.

12. Previous negative experiences: अगर किसी इंसान ने पेहले किसी काम मे failure या negative experience face किया है, तो वो उस काम को टाल सकता है और उसे avoid कर सकता है, ताकी वो negative feelings से बच सके.

इंसान तुरंत Reward की चाहत क्यू रखता है, जिस वजह से हम कामों को टालते है.

हमारा ब्रेन reward को immediate gratify करने में लगा रेहता है. Psychology मे इस phenomenon को “instant gratification” केहेते है. जब हम कोई काम करते है तो हमे उसका फल तुरंत चाहिए होता है. Human nature है की वो जल्दी मिल ने वाली चीज़ों को ज़्यादा एहमियत देता है Compare to देर से मिल ने वाली चीज़ों के. इसलिए हम बोहोत सारे ज़रूरी कामों को टालते है इसे scientific तरीके से भी prove किया गया है. Brain scans और neurological studies से पता चलता है की जब हमे reward मिलता है, तब dopamine नाम का एक neurotransmitter release होता है हमारे brain में. Dopamine brain के “reward center” को activate करता है और हमे खुशी का एहसास करवाता है. जब हमे reward नही मिलता, तब dopamine का level कम होता है और हमे disappointment या dissatisfaction का एहसास होता है.जब हमे reward मिलता है तब हमारे brain me dopamine release होता है जिस से हमे खुशी का एहसास होता है इसलिए हमारा brain immediate gratify करने में लगा रेहता है. इस के बोहोत सारे Examples है जैसे:

Social Media: Social media platforms पर endless scrolling, likes, comments, और shares से instant gratification मिलता है. लोग अपने posts, photos, और videos को share करते है ताकी दूसरे लोग उन्हें पसंद करे, comment करे, और उनकी तारीफ करे. ये instant validation और gratification देता है.

Television series और web series को एक साथ कई घंटो तक देखना

Fast food खाना भी एक instant gratification का Example है. जल्दी तैयार होने वाला, tasty और भरपूर calorie वाला junk food खाने से हमे तुरंत खुशी और satisfaction मिलता है, लेकिन हम उस वक्त उस से होने वाले नुकसान के बारे में नहीं सोचते

Procrastination को दूर करने के Effective तरीके (Practical Tips and Techniques to Beat Procrastination)

1)Reward Yourself: जब भी आप कोई काम करे और आप को उस काम को टालने का मन करे तब आप उस काम से Reward को जोड़ ले यानी वो काम खतम होने के बाद अपने आप को Reward दे, इस strategy से आप Procrastination से बच सकते है

2)Practice the Two-Minute Rule: Two-minute rule एक productivity technique है जिसमे आपको किसी task या काम को तुरंत करना होता है अगर उस काम को करने का वक्त लगभग दो minute से कम है. इस rule को follow करने से आप small tasks को जल्दी पूरा कर सकते है और छोटे छोटे कामों को इकठ्ठा करने से बच सकते है. अक्सर, small tasks को avoid करने से procrastination बढ़ती है.

3)Break Tasks into Smaller Steps: बड़े tasks को छोटे-छोटे steps में divide करे. हर step को पूरा करने के बाद आपको sense of accomplishment मिलेगा और procrastination कम होंगा.

4)Remove Distractions: अपने आस-पास के distractors को कम करने की कोशिश करे. Mobile notifications को बंद कर दे, social media और messaging apps को बंद रखे, और ध्यान रखे की आप जहा काम या study कर रहे है वो जगह शांत हो.

5)Mindfulness and Concentration Techniques: Mindfulness और concentration techniques का इस्तेमाल करे. ध्यान लगाने के लिए breathing exercises, meditation, और deep focus techniques का इस्तेमाल करे. ये techniques आपके concentration को बढ़ाने और distractions को कम करने में मदद करेंगे.

6)Use Time Blocking and Create a Schedule: इस technique मे आप अपने दिन को छोटे छोटे time blocks मे बांटते है, हर एक block मे किसी specific काम या activity के लिए time allocate करते है. इस तरह, आप अपने दिन के हर एक हिस्से को dedicate कर सकते है और distractions से बच सकते है.और एक schedule बनाए और अपने tasks को उसमे allocate करे. Time management से आप अपने काम को organized तरीके से कर सकते है.

7)Set Deadlines: Deadline set करने का मतलब होता है एक specific वक्त तै करना, उस वक्त तक काम या task पूरा होना चाहिए. Deadlines आपको focus और तेज़ी provide करता है.

8)Find an Accountability Partner: एक accountability partner ढूंढे जो आपके goals और aspirations को समझ सके, motivate कर सके, और आपकी progress पर नज़र रखे. आप अपने friends, family members, colleagues, या और कोई trusted individuals मे से किसी को accountability partner के तौर पर चुन सकते है.

9)Start with the Hardest Task: सबसे challenging task ko पहले करें. जब आप मुश्किल tasks को पेहले करते है, तो आपको बाकी tasks के लिए motivation और confidence मिलता है.

10)Practice Self-Discipline: अपने अंदर discipline develop करे. अपने commitments को seriously ले और अपने task completion पर focus करे.

11)Visualization and Goal Setting: अपने goals को visualize करे और उनको लिख कर रखने की कोशिश करे. Clear aur attainable goals को set करने से आपको motivation और direction मिलेंगी.

12)Pomodoro Technique: इस technique मे आप काम को 25 minutes के time blocks मे divide करते है, जिसे “Pomodoro” केहते है. हर Pomodoro के बाद 5-minute break ले. ये cycle 4 Pomodoro’s के बाद एक longer break के साथ repeat होती है. इससे आप focus maintain कर सकते है और productivity बढ़ा सकते है.

खुद को समझे और अपने procrastination patterns को identify करे. अपने आपको समझने के बाद, strategies और techniques develop करे जो आपके लिए useful हो.

Procrastination की वजह कई बार stress, fear, overwhelm, या lack of interest हो सकता है. Stress management techniques, goal clarification, और motivation strategies का इस्तेमाल करे.अपने goals को याद रखे और अपने आपको motivate करे. Positive affirmations का इस्तेमाल करे और अपने achievements और milestones को celebrate करे. आपका mindset और motivation आपको टालमटोल से दूर रखेंगे.

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